ऊर्जा निगम की चुनौती बढ़ी, उपभोक्ताओं से बिजली अनावश्यक खर्च न करने की अपील

भीषण गर्मी से उत्तराखंड के मैदानी इलाके बेहाल हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में तपिश बढ़ गई है। ऐसे में बिजली की खपत अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है।
बीते सोमवार को प्रदेश में बिजली की मांग 56.32 मिलियन यूनिट रही, जो कि ऑल टाइम रिकॉर्ड है। इसके साथ ही ऊर्जा निगम की चुनौतियां भी लगातार बढ़ती जा रही हैं। विद्युत आपूर्ति सुचारु बनाए रखने के लिए निगम चारों ओर हाथ-पांव मार रहा है। साथ ही उपभोक्ताओं से अनावश्यक बिजली का खर्च न करने की अपील की जा रही है।

बिजली की मांग में लगातार बढ़ोतरी:- बीते करीब एक सप्ताह से उत्तराखंड में बिजली की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पारा चढ़ने के साथ प्रदेश में बिजली की खपत कुछ दिनों से 56 मिलियन यूनिट के आसपास बनी हुई थी। जबकि, सोमवार को यह 56.32 मिलियन यूनिट रही, जो कि ऊर्जा निगम के गठन के बाद से सर्वाधिक है।
हालांकि, ऊर्जा निगम तमाम स्रोतों से बिजली लेकर मांग के सापेक्ष उपलब्धता बनाने का प्रयास कर रहा है। सोमवार को ऊर्जा निगम के पास विद्युत उपलब्धता 55.66 मिलियन यूनिट रही, जोकि कुल मांग से 0.66 मिलियन यूनिट कम है। फिलहाल प्रदेश में मौसम का मिजाज इसी प्रकार बने रहने के आसार हैं। ऐसे में ऊर्जा निगम ने उपभोक्ताओं से सहयोग मांगा है।

उपभोक्ताओं से की यह अपील
विद्युत उपकरणों जैसे पंखा, लाइट, फ्रिज, एसी आदि का मितव्ययता से उपयोग करें।
एसी पर तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर ही रखना सुनिश्चित करें।
कमरे में कोई व्यक्ति न होने पर लाइट, पंखा, एसी, कूलर आदि को स्विच आफ कर दें।
परिसर, कारिडोर, शौचालय व अन्य स्थानों पर दिन के समय लाइट का प्रयोग न करें।
घर में गीजर, कंप्यूटर, टीवी आदि के स्विच अनावश्यक रूप से पूरा दिन खुले न रहने दें।
बच्चों को भी बिजली की बचत के संबंध में जागरूक करें।

प्रदेश में बिजली की मांग की स्थिति
तिथि, बिजली मांग
20 मई, 56.32 एमयू
19 मई, 52.67 एमयू
18 मई, 56.30 एमयू
17 मई, 55.06 एमयू
16 मई, 53.22 एमयू
15 मई, 52.92 एमयू
14 मई, 53.07 एमयू