साल दर साल बदलते मौसम से मार्च का महीना भी अछूता नहीं रहा है। गर्मी के लिए जाना जाने वाला यह माह इस बार चार सालों में सबसे ठंडा रहा है। अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान कम रहे हैं तो वर्षा 75 प्रतिशत कम दर्ज की गई है।
इस साल मार्च का औसत अधिकतम तापमान 30.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है, जोकि सामान्य 34.0 डिग्री से 3.7 डिग्री कम है। 2020 के बाद यानी चार यह सबसे कम है। इसी तरह से माह का औसत न्यूनतम 14.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है, यह वर्ष 2019 के बाद यानी पांच साल में सबसे कम है।
अब यदि वर्षा की बात करें तो मार्च की औसत वर्षा का आंकड़ा है 17.4 मिमी, जबकि इस बार हुई है 75 प्रतिशत कम 4.3 मिमी। यूं माह भर में सात दिन वर्षा वाले रहे हैँ। हैरानी की बात यह कि पिछले साल 2023 में मार्च की वर्षा 300 प्रतिशत अधिक रिकॉर्ड की गई थी।
2009 से 2024 तक मार्च में कब कितनी हुई बरसात (मिमी में)
वर्ष बरसात
2009 9.6
2010 0
2011 3.7
2012 6.2
2013 10.9
2014 33.4
2015 97.4
2016 34.8
2017 11.1
2018 0
2019 12.2
2020 109.6
2021 3.6
2022 0
2023 51.8
2024 4.3
2019 से 2024 तक मार्च का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
वर्ष अधिकतम न्यूनतम
2019 28.2 13.8
2020 28.2 15.0
2021 33.1 16.8
2022 32.9 17.6
2023 30.9 16.2
2024 30.3 14.3
लेकिन रविवार को गर्मी ने किया परेशान:- रविवार को बादलों की आवाजाही के बीच दिन भर तेज धूप भी खिली रही। हवा चली, लेकिन गर्मी कम नहीं हुई। अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 35.2 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 21.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हवा में नमी का स्तर 85 से 27 प्रतिशत रहा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज झोंकेदार हवा चलेगी। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 एवं 20 डिग्री रह सकता है। दूसरी तरफ वायु गुणवत्ता में रविवार को गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को जहां दिल्ली का एक्यूआई 189 यानी ”मध्यम” श्रेणी में था वहीं रविवार को यह 53 अंक बढ़कर 242 दर्ज किया गया। इसे ”खराब” श्रेणी में रखा जाता है।