उत्तराखंड पंचायत चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। कभी एक वोट, कभी पर्ची, तो कहीं टॉस… पंचायत चुनाव रोमांच का अखाड़ा बना। वोट बराबर होने पर फैसला पर्ची से किया गया। और जिनका साथ किस्मत ने दिया उनके सिर ताज सज गया।
उत्तराखंड पंचायत चुनाव में नतीजे जैसे- जैसे सामने आ रहे हैं उतने ही दिलचस्प भी हैं। कई जगहों पर मुकाबला बेहद कांटे का रहा। कहीं एक वोट ने जीत-हार तय की, तो कहीं पर्ची और टॉस ने किस्मत का फैसला किया। चकराता, रुद्रप्रयाग और चमोली जैसी जगहों पर प्रत्याशी बराबर मतों के साथ पहुंचे। फिर पंचायत का प्रधान पर्ची , टॉस से तय हुआ। भाग्य ने जिसका साथ दिया उसे मुखिया घोषित किया गया।
चकराता के पेनुवा पंचायत से प्रधान पद पर अंकिता एक वोट से जीतीं। दिलचस्प मुकाबले में अंकिता को 134 व राधा देवी को 133 वोट मिले और पांच वोट रद्द हुए।
रुद्र्प्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ग्राम कांदी गांव में पर्ची से लक्ष्मी देवी प्रधान घोषित हुई। उन्हें और पूनम देवी को 168-168 मत मिले। जिलाधिकारी प्रतीक जैन की मौजूदगी में पर्ची से निर्णय हुआ।
नारायणबगड़ में ग्राम पंचायत कोट के प्रधान पद पर रजनी देवी और कुलदीप सिंह को 72-72 मत प्राप्त हुए। उसके बाद पुनः मतगणना कराई गई। जिसमें रजनी देवी को 73 और कुलदीप सिंह को 72 मत मिले। इस तरह रजनी देवी एक वोट से चुनाव जीत गई।
चमोली जिला मंडल घाटी में सबसे कम उम्र के प्रधान टॉस से बने। दशौली के बणद्वारा के 23 साल के नितिन प्रधान बने। प्रतिद्धंदी रविन्द्र और नितिन को 138-138 वोट मिले, जिसके बाद टॉस से हुआ निर्णय।