नैनीताल रोड पर रेलवे पटरी से नीचे झुग्गी में रहने वाले परिवार के सात साल के मासूम को पिता के सामने ही गुलदार झपट्टा मारकर जंगल में खींच ले गया। रात भर स्वजन, पुलिस और वन विभाग की टीमें बच्चे की तलाश में जुटी रही।
गुरुवार सुबह घटनास्थल से आधा किमी दूरी जंगल में मासूम के शरीर का आधा हिस्सा मिला। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बक्सखेत का रहने वाला प्रीतम पेशे से दिहाड़ी मजदूर हैं। पत्नी और तीन बच्चों संग वह नैनीताल रोड स्थित निर्मला कान्वेंट स्कूल के सामने सड़क पार रेलवे पटरियों से नीचे बनी झोपड़ी में रहता है। कुछ अन्य परिवार भी लंबे समय से यहां रह रहे हैं।
घात लगाए बैठे गुलदार ने मासूम पर हमला बोल दिया:- बुधवार रात करीब 12 बजे प्रीतम के सात वर्षीय बेटे शिवा ने लघुशंका के लिए बाहर जाने को कहा। घना अंधेरा होने की वजह से प्रीतम उसे झोपड़ी के बाहर लाया। इस बीच पहले से घात लगाए बैठे गुलदार ने मासूम पर हमला बोल दिया और पलक झपकते ही शिवा को लेकर नदी पार घने जंगल में उठा ले गया। इसके बाद पड़ोसियों संग पीड़ित परिवार बेटे को खोजने में लग गया।
बाद में पुलिस और वन विभाग की टीमें भी तलाश में लग गईं। सुबह करीब छह बजे आधा किमी दूर जंगल में शिवा का शव मिला। उसकी कमर से ऊपर का हिस्सा गायब था। इधर, सूचना पर एसडीएम पारितोष वर्मा, हल्द्वानी डिवीजन की एसडीओ ममता चंद और तहसीलदार सचिन कुमार भी मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद शव को मोर्चरी लाया गया। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर में शिवा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
रात ढाई बजे लोग देख पुलिस को पता चला:- काठगोदाम चौकी इंचार्ज फिरोज आलम ने बताया कि रात में पुलिस गश्त कर रही थी। करीब ढाई बजे लोगों को देख पूछा तो बच्चे के गायब होने का पता चला, जिसके बाद वन विभाग को फोन किया गया। संपर्क न होने पर हनुमानगढ़ी बैरियर पर मौजूद वनकर्मियों को संदेश भेजा गया। इसके बाद पुलिस और वन विभाग दोनों ही शिवा को खोजने में जुट गए थे।
सावधान रहने की जरूरत:- घटनास्थल आरक्षित वन क्षेत्र से जुड़ा है, लेकिन हल्द्वानी-काठगोदाम के बीच में जिस जगह पर गुलदार ने हमला किया है, वहां से घनी आबादी 100 मीटर से भी कम दूरी पर है। ऐसे में लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।