शासन चलाने के लिए लिखी गई सबसे प्रमुख कानून की किताब को संविधान कहा जा सकता है लेकिन वास्तव में यह किसी भी देश में रह रहे शासकों और जनता के बीच बनी सहमति का दस्तावेज होता है। दुनिया में ऐसे दस्तावेज तैयार करने की शुरुआत 15 जून 1215 को ब्रिटेन में मैग्नाकार्टा से होती है जिसके तहत वहां के तत्कालीन राजा जान ने नागरिकों को तमाम अधिकार दिए।
वर्तमान लोकसभा चुनाव में संविधान बचाना एक मुद्दा बना हुआ है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के घटक दल भाजपा पर चुनाव जीतने के बाद संविधान बदलने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कह रहे हैं कि उनके रहते हुए कोई भी संविधान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता। आजाद भारत में यह पहला आम चुनाव है, जिसमें भारत का संविधान एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। इससे भारत का संविधान जन-जन तक पहुंच रहा है। ऐसा होना भारतीय जनमानस में संविधान की स्वीकार्यता और महत्व, दोनों ही बढ़ाएगा।