देहरादून में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा आफत बन हुई है। खासकर, आशारोड़ी, सहस्रधारा रोड, राजपुर, मालसी आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा के दौर हो रहे हैं। जबकि, घंटाघर से लेकर शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी के बीच उमसभरी गर्मी बेहाल कर रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी शुक्रवार को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। जिसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में आंशिक बादल छाने और बूंदाबांदी के संभावना है।
मसूरी में हुई भयंकर बारिश:- मसूरी और समीपवर्ती इलाकों में गुरुवार पूरी रात भयंकर बारिश हुई। जिस कारण मसूरी चकराता एनएच 707 ए यमुनापुल से पांच किमी पहले जीवन आश्रम के समीप पहाड़ी से भारी मलबा और बोल्डर आने से यातायात के लिए बंद हो गया है। सड़क के दोनों ओर वाहन रुके पड़े हैं। माल रोड पर गढ़वाल टेरेस के सामने अवैध रूप से हुए खनन का पुश्ता ढहने से मलबा मॉल रोड पर आ गया है।
कोटद्वार में नेशनल हाईवे मलबा आने से बंद:- कोटद्वार में आसपास के क्षेत्र में बीती रात हुई मूसलधार बारिश के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी मलबा आ गया है। जिस कारण रात से ही राजमार्ग पर यातायात बंद है। राजमार्ग बंद होने के कारण वाहनों को दुगड्डा व कोटद्वार में ही रोका गया है। बताया जा रहा है कि राजमार्ग खुलने में दो घंटे का समय लग सकता है।
अब फिर वर्षा का सिलसिला तेज:- उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बौछार पड़ रही हैं। मैदानी क्षेत्रों में आंशिक बादलों के बीच हल्की धूप खिलने से उमसभरी गर्मी बेहाल कर रही है। बीते एक सप्ताह में प्रदेशभर में सामान्य से आधी वर्षा दर्ज की गई थी, लेकिन अब फिर वर्षा का सिलसिला तेज होने लगा है।
अगले तीन दिन ऐसा रहेगा मौसम:- मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर को छोड़कर अन्य जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। वहीं, देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी वर्षा के आसार हैं।
शनिवार और रविवार को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की आशंका है। पिथौरागढ़ और बागेश्वर समेत कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
शहर अधिकतम न्यूनतम
देहरादून 33.2 23.8
ऊधमसिंह नगर 35.4 26.4
मुक्तेश्वर 23.1 16.0
नई टिहरी 25.8 19.1
चंद्रबनी में वर्षा का कहर, दहशत में बीती रात:- देहरादून शहर के बीचोंबीच हल्की बूंदाबांदी हो रही है, जबकि आसपास के क्षेत्रों में मानसून की वर्षा कहर बरपा रही है। आशारोड़ी में बुधवार की सुबह से गुरुवार की सुबह तक 124 मिमी वर्षा हुई, जिससे चंद्रबनी क्षेत्र में आपदा जैसे हालात हो गए और क्षेत्रवासियों ने दहशत में रात गुजारी। वर्षा का पानी और मलबा घरों में घुस गया, जिससे राशन के साथ ही अन्य सामान भी खराब हो गया।
इसके अलावा काठबंगला और ओगलभट्ठा में भी पुस्ता ढहने और भूधंसाव की सूचना है। वर्षा के कारण पैदा हो रही दुश्वारियों के लिए क्षेत्रवासियों ने सरकार की अनदेखी को जिम्मेदार ठहराया है।बुधवार सुबह भारी वर्षा के कारण चंद्रबनी में जनजीवन प्रभावित होने के बाद देर रात भी आसमान से आफत बरसती रही। रात करीब दो बजे बरसाती नाले और रपटे उफान पर आ गए, जिससे तमाम घरों में पानी और मलबा घुस गया।
मौसम के तल्ख तेवरों के बीच क्षेत्रवासियों में दहशत रही और उन्होंने रात जागकर बिताई। गुरुवार सुबह स्थानीय विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। नगर निगम के चंद्रबनी वार्ड के तहत चोयला, द्वारिकापुरी, अमर भारती, प्रभु कालोनी, कैलाशपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में भारी जलभराव हो गया। सड़क किनारे नालियां ओवरफ्लो होने से पानी सड़कों पर बहता रहा।
आसपास के जंगलों से वर्षा का पानी रिहायश की ओर आने से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया। वर्षा के दौरान बार-बार जलभराव की समस्या और जंगल का पानी कालोनियों में आने से क्षेत्रवासियों में आक्रोश है। सड़कों पर मलबा पसरने से वर्षा बंद होने के बाद भी आवाजाही के दौरान दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। निवर्तमान पार्षद ने भी जताई नाराजगीचंद्रबनी वार्ड के निवर्तमान पार्षद सुखबीर बुटोला ने भी वर्षा के कारण पेश आ रही दिक्कतों के लिए सिस्टम की अनदेखी को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि कई बार गुहार लगाने के बावजूद पुस्ता नहीं बनाया गया, जिसके चलते जंगल की ओर से पानी रिहायशी क्षेत्र में आ रहा है। इसके अलावा नालों की सफाई भी नहीं की गई। उन्होंने पूर्व में नालों की सफाई के लिए नगर निगम में ज्ञापन दिया था, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया।
काठबंगला बस्ती में पुश्ता गिरा, घरों को खतरामूसलधार वर्षा के कारण कैनाल रोड काठबंगला बस्ती में पुस्ता ढह गया। जिससे कई घरों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। घटना की सूचना मिलने पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने काठबंगला बस्ती पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया।