फल-सब्जियों के दाम आसमान छू गए, ये है पेट्रोल-डीजल का हाल, पढ़िए क्या है पूरी खबर।

हिट एंड रन मामलों में सख्त सजा के प्रावधान के विरोध में ड्राइवरों की हड़ताल का उत्तराखंड में दूसरे दिन भी व्यापक असर रहा। अधिकांश क्षेत्रों में यात्री वाहनों के लिए भटकते रहे। वहीं, फल-सब्जियां, पेट्रोल-डीजल आदि की सप्लाई प्रभावित रही। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर समेत कई प्रमुख शहरों में व्यवस्था पटरी से उतर गई। वहीं, सरकार और प्रशासन से बातचीत के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला। सरकार ने सभी जिलों में वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। वाहन चलाने वालों को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा गया है।

पेट्रोल पंपों पर लगी वाहनों की कतार:- चालकों की हड़ताल के कारण यात्री व मालवाहक वाहनों का परिचालन ठप रहा। जिससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा, कई सामानों की सप्लाई भी प्रभावित हुई। ज्यादातर शहरों से डीजल-पेट्रोल संकट की सूचनाएं आती रहीं। ऐसे में सुबह से ही पेट्रोल पंपों पर निजी वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। फल-सब्जियों की सप्लाई नहीं होने से कीमतें बढ़ीं। इस बीच परिवहन निगम की कुछ बसों के संचालन से कुछ राहत तो मिली, लेकिन अब भी बड़ी संख्या में यात्रियों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।

रसोई गैस की भी नहीं हो सकी आपूर्ति:- शाम करीब पांच बजे के बाद केवल एक दर्जन अनुबंधित बसें ही हल्द्वानी और रुद्रपुर से पहाड़ और अन्य शहरों के लिए भेजी जा सकीं। चालकों की हड़ताल के कारण रूड़की में रसोई गैस की आपूर्ति नहीं हो सकी। करीब चार हजार उपभोक्ता पूरे दिन अपने घर पर सिलेंडर आने का इंतजार करते रहे। हरिद्वार जिले में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक के सभी पेट्रोल पंपों पर डीजल और पेट्रोल की सप्लाई पूरी तरह से बंद कर दी गई।